Gold Silver Rate: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट के दिन ही सोने की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बनाया है। दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत 84,900 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, यह लगातार तीसरे दिन की बढ़ोतरी है, जिसमें 1,100 रुपये की वृद्धि देखी गई है।
वर्तमान कीमतों का विवरण
| धातु | कीमत | बढ़ोतरी |
|---|---|---|
| 24 कैरेट सोना (10 ग्राम) | ₹84,900 | ₹1,100 |
| 22 कैरेट सोना (10 ग्राम) | ₹84,500 | ₹1,100 |
| चांदी (1 किलोग्राम) | ₹95,000 | ₹850 |
इस साल की शुरुआत से अब तक की बढ़त
2025 की शुरुआत में जहां सोने की कीमत 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, वहीं अब यह 5,510 रुपये की बढ़त के साथ नए स्तर पर पहुंच गई है। यह 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है, जिससे निवेशकों को काफी लाभ हुआ है।
इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती का प्रभाव
पिछले साल जुलाई 2024 में सरकार ने सोने और चांदी पर इम्पोर्ट ड्यूटी में महत्वपूर्ण कटौती की थी। यह ड्यूटी 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दी गई, जो अब तक की सबसे बड़ी कटौती थी।
आयात में वृद्धि
| विवरण | प्रतिशत |
|---|---|
| इम्पोर्ट ड्यूटी में कमी | 9% |
| आयात में वृद्धि | 104% |
| कीमतों में कुल बढ़त | 7% |
बाजार विश्लेषण और भविष्य की संभावनाएं
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक बाजार की अस्थिरता और आर्थिक अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना है। सोना सुरक्षित निवेश का विकल्प माना जाता है, जिससे इसकी मांग लगातार बनी हुई है।
निवेशकों के लिए सुझाव
वर्तमान समय में सोने में निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति को समझना आवश्यक है। हालांकि कीमतें ऊंचाई पर हैं, फिर भी लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है।
सोने की कीमतों में हो रही लगातार बढ़ोतरी और सरकार द्वारा की गई नीतिगत पहल ने बाजार को नई दिशा दी है। इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती से न केवल आयात बढ़ा है, बल्कि घरेलू बाजार में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। निवेशकों के लिए यह समय विशेष महत्व रखता है, क्योंकि सोने में निवेश लंबी अवधि में लाभदायक साबित हो सकता है।
इस प्रकार, सोने की कीमतों में आई बढ़ोतरी और बाजार की स्थिति को देखते हुए, निवेशकों को सोच-समझकर निवेश करना चाहिए। वर्तमान परिस्थितियों में सोना न केवल मूल्य संवर्धन का माध्यम बन रहा है, बल्कि आर्थिक सुरक्षा का भी एक महत्वपूर्ण स्रोत बन गया है।
