Bank 10 New Rules: बैंक लोन से संबंधित नीतियों और नियमों में नियमित रूप से परिवर्तन होते रहते हैं, जिससे लोन लेने वालों को कभी राहत मिलती है और कभी-कभार कुछ कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ता है। 1 फरवरी 2025 से देशभर में होम लोन, कार लोन, व्यक्तिगत लोन और अन्य बैंक लोन पर कुछ अहम नियम लागू होने वाले हैं। इन परिवर्तनों का आम व्यक्ति की आर्थिक स्थिति पर सीधा प्रभाव पड़ेगा, और इसके बारे में जानना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस लेख में हम आपको उन 10 प्रमुख बदलावों के बारे में जानकारी देंगे जो आपके बैंक लोन के अनुभव को प्रभावित कर सकते हैं।
ब्याज की दरों में परिवर्तन
1 फरवरी 2025 से होम लोन, कार लोन और व्यक्तिगत लोन पर ब्याज दरों में परिवर्तन होगा। रिजर्व बैंक की नवीनतम दिशानिर्देशों के अनुसार, अब बैंकों को लोन की ब्याज दरें समय के साथ बाजार की स्थितियों के अनुरूप परिवर्तित करने की आवश्यकता होगी। इसका लाभ यह होगा कि यदि ब्याज दरें घटती हैं, तो आपकी EMI भी घट जाएगी, जिससे लोन चुकाना कुछ सरल हो सकता है।
लोन प्रक्रिया शुल्क में कटौती
एक और महत्वपूर्ण परिवर्तन यह है कि अब बैंकों को लोन प्रोसेसिंग फीस घटानी होगी। इससे लोन प्राप्त करने का खर्च कम हो जाएगा। पहले प्रोसेसिंग फीस एक बड़ी राशि होती थी, लेकिन अब इसे कम करके लोन लेना थोड़ा सस्ता हो जाएगा, चाहे वह होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन हो।
लोन अवधि में लचीलापन
अब बैंकों को लोन टेन्योर में ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करनी होगी। इसका अर्थ यह है कि आप अपनी आवश्यकता के अनुसार लोन की अवधि तय कर सकते हैं। अगर आपको होम लोन पर ज्यादा EMI का भुगतान करना पड़ रहा है, तो आप लोन टेन्योर बढ़ाकर अपनी EMI को घटा सकते हैं, जिससे आपके मासिक बजट पर बोझ कम होगा।
क्रेडिट स्कोर की अहमियत
1 फरवरी 2025 से क्रेडिट स्कोर (Credit Score) का महत्व अधिक बढ़ जाएगा। बैंक लोन प्रदान करते समय ग्राहकों के क्रेडिट स्कोर को महत्व देंगे। यदि आपका क्रेडिट स्कोर 750 या उससे ऊपर है, तो आपको होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन पर बेहतर ब्याज दरें प्राप्त होंगे। इसलिए, अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने पर ध्यान दें।
5.लोन प्री-क्लोजर शुल्क में रियायत
नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, बैंकों को लोन प्री-क्लोजर चार्जेस में छूट प्रदान करनी पड़ेगी। अब आप बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अपने लोन को जल्द चुका सकेंगे। यह निर्णय ग्राहकों के लिए लाभकारी होगा, क्योंकि इससे उनकी ब्याज खर्च में कमी आएगी।
6.डिजिटल ऋण प्रक्रिया
1 फरवरी 2025 से सभी बैंकों को लोन प्रोसेसिंग को पूरी तरह से डिजिटल करना आवश्यक होगा। इससे लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया अधिक तेज और पारदर्शी हो जाएगी। अब आप अपने घर से ही होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं और उसकी स्थिति भी जान सकते हैं।
7.लोन मोराटोरियम का प्रावधान
नए दिशानिर्देशों के तहत, बैंकों को आपातकालीन स्थिति में लोन मोराटोरियम (Loan Moratorium) प्रदान करना अनिवार्य होगा। यदि आप किसी आर्थिक मुश्किल में हैं, तो आप अपनी लोन की EMI को थोड़े समय के लिए रोक सकते हैं। यह लाभ होम लोन और पर्सनल लोन दोनों पर लागू होगा।
8. लोन रिस्ट्रक्चरिंग की सुविधा
यदि आपकी वित्तीय स्थिति बिगड़ जाती है, तो अब बैंक लोन रिस्ट्रक्चरिंग की सुविधा प्रदान करेंगे। इसके माध्यम से, आप अपनी EMI को घटा सकते हैं या लोन की अवधि को बढ़ा सकते हैं। इससे लोन चुकाने में सहूलियत होगी, विशेष रूप से जब आप आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हों।
9. कर्ज चुकाने में चूक पर कठोर कदम
यदि आप निर्धारित समय पर EMI का भुगतान नहीं करते हैं, तो बैंकों द्वारा सख्त कदम उठाए जाएंगे। समय पर EMI न चुकाने से आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है, और बैंक आप पर कानूनी कार्रवाई भी कर सकती है। इसलिए, यदि आपने ऋण लिया है, तो EMI का भुगतान समय पर करें।
10. ग्रीन लोन का आरंभ
अब बैंक पर्यावरण-हितैषी परियोजनाओं के लिए ग्रीन लोन प्रदान करेंगे। यदि आप सौर पैनल लगवाना चाहते हैं या इलेक्ट्रिक कार खरीदने का मन बना रहे हैं, तो आपको ग्रीन लोन मिल सकेगा। इस लोन की ब्याज दरें सामान्य लोन की तुलना में कम हो सकती हैं।
